भारत का बिस्मार्क किसे कहा जाता है (Who is the Bismark of India in Hindi)
सरदार पटेल राष्ट्रीय एकता के पक्षधर थे तथा वे सदैव भारत को एकता के सूत्र में बढ़ने हेतु प्रयासरत रहे इसलिए सरदार पटेल के जन्म दिवस 31 ऑक्टूबर को प्रत्येक वर्ष राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिवस को मनाये जाने को शुरुआत वर्ष 2014 से किया गया।
सरदार पटेल को भारत का बिस्मार्क उपनाम के साथ साथ लौह पुरुष के नाम से भी जाना जाता है। इसके अलावा बारडोली के सत्याग्रह के समय उन्हें सत्याग्रह से जुड़ी महिलाओं द्वारा सरदार की उपाधि दी गयी क्योकि वे इस सत्याग्रह का नेतृत्व कर रहे थे।
दोस्तों सरदार पटेल भारत के निर्माता है जिन्होंने अखंड भारत का निर्माण किया और अपनी एक अमिट छाप छोड़ गए। हम जब भी इतिहास को पढ़ेंगे सरदार पटेल की इस कार्य पर गर्व करेंगे।
अगर मेरे विचार से देखे तो मुझे लगता है की सरदार पटेल बहरत के पिता और चाचा है क्योकि सभी को एक सूत्र में गढ़ने वाले को ही पिता या चाचा कहते है दोस्तों यह मेरी विचार धारा यह बात आप को बताना जरुरी था क्योकि सभी की अपनी विचार धरा होती ही अगर आप को यह पोस्ट अच्छी लगे तो शेयर करे और हमे भी बताये की आप को यह पोस्ट कैसा लगा।
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